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डिमिक डिमिक डमरू कर बाजे(Dimik Dimik Damru Kar Baje)

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजे(Dimik Dimik Damru Kar Baje)

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजे,

प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें,

प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें ॥


सिंघी नाद बजावत गावत,

सिंघी नाद बजावत गावत,

लटक रही बगली झोला, भोला,

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें,

प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें ॥


नाग फणन सो करत आरती,

नाग फणन सो करत आरती,

देव देव गति अनमोला, भोला,

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें,

प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें ॥


भालचंद्र सिर गंगा लहरे,

भालचंद्र सिर गंगा लहरे,

हाथ लिए भंग की गोला, भोला,

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें,

प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें ॥


डिमिक डिमिक डमरू कर बाजे,

प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें,

प्रेम मगन नाचे भोला, भोला,

डिमिक डिमिक डमरू कर बाजें ॥

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राम नाम के साबुन से जो(Ram Naam Ke Sabun Se Jo)

राम नाम के साबुन से जो,
मन का मेल भगाएगा,

सफला एकादशी कौन से कपड़े पहनें

हिंदू धर्म में सफला एकादशी एक महत्वपूर्ण व्रत है। यह भगवान विष्णु को समर्पित है। यह पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ती है।

कब है सफला एकादशी

साल 2024 में दिसंबर महीने में पड़ने वाली दूसरी एकादशी को सफला एकादशी कहा जाता है। सफला एकादशी पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है।

रुक्मिणी अष्टमी की कथा

पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रुक्मिणी अष्टमी के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण की पत्नी देवी रुक्मिणी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। देवी रुक्मिणी मां लक्ष्मी का अवतार मानी जाती हैं और भगवान श्रीकृष्ण की आठ पटरानियों में से एक थीं।

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