गणपति देवा मेरे गणपति देवा,
माता तेरी पार्वती,
माता तेरी पार्वती,
पिता महादेवा,
गणपति देवा मेरे गणपति देवा ॥
विघ्न हरण देवा तू कहलाता,
सिद्ध कारज होंवे उसके,
प्रथम जो भी ध्याता,
चरणों में आए हम करने तेरी सेवा,
गणपति देवा मेरे गणपति देवा ॥
देवों में देव प्रभु तू है निराला,
शिव का दुलारा तू है गौरा जी का लाला,
भोग है प्रिय तुम्हें,
मोदक मेवा,
गणपति देवा मेरे गणपति देवा ॥
रिद्धि सिद्धि संग मेरे घर में पधारो,
चरणों की दासी ’भाषा’ काज संवारो,
हर दिन हर पल बप्पा करें तेरी सेवा,
गणपति देवा मेरे गणपति देवा ॥
श्री गणपति पद नाय सिर , धरि हिय शारदा ध्यान ।
सन्तोषी मां की करूँ , कीरति सकल बखान ।
शारदीय नवरात्रि का आरंभ होने जा रहा है। नौ दिन तक चलने वाले इस महापर्व में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्रि का पहला दिन बेहद खास माना जाता है, क्योंकि इस दिन घटस्थापना करने का विधान है।
शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है। नौ दिन के इस महापर्व में मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है।
उपांग ललिता पंचमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो पंचांग के अनुसार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है।