लल्ला की सुन के मै आयी,
यशोदा मैया देदो बधाई,
कान्हा की सुनके मै आयी,
यशोदा मैया देदो बधाई,
लाला जनम सुन आयी,
यशोदा मैया देदो बधाई ।
देदो बधाई मैया देदो बधाई,
लल्ला की सुन के मै आयी,
यशोदा मैया देदो बधाई ।
टीका भी लूँगी मैया,
बिंदियां भी लूँगी,
रेशम की लूँगी रजाई,
यशोदा मैया देदो बधाई ।
साड़ी भी लूँगी मैया,
लहँगा भी लूँगी,
धोती भी लूँगी मैया,
कुर्ता भी लूँगी,
पगडि की होगी चढ़ाई,
यशोदा मैया देदो बधाई ।
हरवा भी लूँगी मैया,
चुड़ि भी लूँगी,
कंगना पे होगी चढ़ाई,
यशोदा मैया देदो बधाई।
चन्द्र सखी भज,
बाल कृष्ण छवि,
नित नित जाऊँ बलिहारी,
यशोदा मैया देदो बधाई ।
लल्ला की सुन के मै आयी,
यशोदा मैया देदो बधाई,
कान्हा की सुनके मै आयी,
यशोदा मैया देदो बधाई,
लाला जनम सुन आयी,
यशोदा मैया देदो बधाई ।
भगवान विष्णु ने रामावतार लेकर जगत को मर्यादा सिखाई और वे मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए। वहीं कृष्णावतार में भगवान ने ज्यादातर मौकों पर मर्यादा के विरुद्ध जाकर अपने अधिकारों की रक्षा और सच को सच कहने साहस हम सभी को दिखाया।
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सनातन धर्म में हरतालिका तीज को सुहागिनों के सबसे बड़े त्योहार के रूप में मान्यता मिली हुई।
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