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हनुमान मंदिर, कनॉट प्लेस, दिल्ली (Hanuman Mandir, Connaught Place, Delhi)

हनुमान मंदिर, कनॉट प्लेस, दिल्ली (Hanuman Mandir, Connaught Place, Delhi)

पांडवों ने युद्ध जीतने के बाद बनवाया था ये मंदिर, अमेरिकी राष्ट्रपति भी कर चुके हैं दर्शन


दुनियाभर में कई ऐसे मंदिर मौजूद हैं जो लोगों के बीच बहुत-ही प्रसिद्ध हैं। भारत में दिल्ली के कनॉट प्लेस में यह मंदिर देशभर में प्रसिद्ध हैं। यहां हर दिन खासकर मंगलवार, शनिवार और हनुमान जयंती के दिन भक्तों का तांता लगा रहता है। आज हम दिल्ली के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान चालीसा की रचना की थी। ऐसे में आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी खास बातें। 


मंदिर की विशेषता


देशभर में हनुमान जी के कई मंदिर मौजूद हैं। परन्तु, दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें हैं, जो इसकी लोकप्रियता का कारण बनी हुई हैं। इस मंदिर के तार महाभारत काल से जुड़े हुए हैं। मान्यता है कि पांडवों ने महाभारत के युद्ध में विजय प्राप्त करने के बाद इस मंदिर की स्थापना की थी।

दिल्ली जिसका पहले नाम इंद्रप्रस्थ था, उस पर पांडवों का राज था। पांडवों ने दिल्ली में जिन पांच हनुमान मंदिरों की स्थापना की थी यह मंदिर उनमें से लोकप्रिय है। कनॉट प्लेस के बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर स्थित इस हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए सिर्फ दिल्ली के ही लोग नहीं बल्कि दुनियाभर से दर्शनार्थी की भारी भीड़ लगती है। इस मंदिर को लेकर यह भी मान्यता है कि यहां पर स्थित हनुमान जी खुद ही प्रकट हुए हैं। श्रद्धालुओं का मानना है कि यहां हर तरह की मनोकामना पूर्ण हो जाती है। मनोकामना पूरी होने पर यहां लोग लाल चुनरी और लड्डू का प्रसाद चढ़ाते हैं इसके साथ ही भंडारा भी कराते हैं।

मंदिर की मान्यता इस कदर मशहूर है कि यहां राजनीति से लेकर खास हस्तियों तक हर तरह के लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं। जिसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा का नाम भी शामिल हैं। यहां 33 पीढ़ियां लगातार हनुमान जी के मंदिर की देखभाल और बजरंग बली की सेवा करती आ रही हैं। यहां हर धर्म के श्रद्धालु पहुंचते हैं। मंदिर के पास ही गुरुद्वारा बंगला साहिब स्थित है तो दूसरी तरफ मस्जिद और चर्च भी हैं। इस हनुमान मंदिर के पास ही एक विख्यात शनि मंदिर भी है। यह भी काफी प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर में भी श्रद्धालु दूर-दूर से पहुंचते हैं। 


गिनीज बुक में है दर्ज


इस मंदिर की एक खास बात यह भी है कि 01 अगस्त 1964 से यहां चौबीस घंटे लगातार श्री राम, जय राम, जय जय राम मंत्र का जाप किया जा रहा है। बताया जाता है कि ये विश्व का सबसे लम्बा जाप है। यही कारण है की मंदिर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज हो चुका है। 


कैसे पहुंचे हनुमान मंदिर


मंदिर पहुंचने के लिए आपको ब्लू लाईन या येलो लाइन से राजीव चौक मेट्रो स्टेशन उतरना होगा। स्टेशन से मंदिर की दूरी पैदल भी पार की जा सकती है। 


समय - सुबह 5:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे, दोपहर 3:00 बजे से रात 11:00 बजे



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