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महाशिवरात्रि के व्रती इन चीजों का रखें ध्यान

महाशिवरात्रि के व्रती इन चीजों का रखें ध्यान

Mahashivratri Rules 2025: महाशिवरात्रि के दिन व्रती जातकों को क्या करना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए? यहां जानिए



महाशिवरात्रि का व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस दिन भक्तगण भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और व्रत रखते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था, इसलिए यह दिन उनके मिलन का प्रतीक है। आपको बता दें, अगर कोई जातक मनचाहा जीवनसाथी के लिए व्रत रख रहा है तो यह व्रत सबसे सौभाग्यशाली माना जाता है। अब ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन व्रती जातकों को क्या करना चाहिए और किन चीजों को करने से बचना चाहिए। इसके बारे में भक्त वत्सल के इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 


महाशिवरात्रि के दिन व्रती जातकों करें ये काम 



  • महाशिवरात्रि के दिन भक्त निर्जला व्रत रख सकते हैं या फलाहार कर सकते हैं।
  • महाशिवरात्रि की रात को जागरण करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। भक्त इस रात भजन, कीर्तन और शिव कथाओं का पाठ करते हैं।
  •  इस दिन शिवलिंग का अभिषेक करना बहुत शुभ माना जाता है। भक्त शिवलिंग को दूध, दही, शहद, घी, गंगाजल और बेलपत्र से स्नान कराते हैं।
  • इस दिन पूजा-पाठ करने के दौरान "ऊं नमः शिवाय" मंत्र का जाप करना चाहिए।
  •  महाशिवरात्रि के दिन शिव चालीसा का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है।
  • महाशिवरात्रि के दिन भक्त उपवास रखते हैं। कुछ लोग निर्जला व्रत रखते हैं, जबकि कुछ लोग फल और दूध का सेवन करते हैं।
  • महाशिवरात्रि के दिन शिव आरती जरूर करें।
  •  महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को धतूरा अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है।
  • महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को भांग अर्पित जरूर करें।
  • महाशिवरात्रि के दिन माता पार्वती को सोलह श्रृंगार का सामान जरूर चढ़ाएं। 
  • महाशिवरात्रि के दिन मन शांत करके शिव-शक्ति की पूजा करें। 


महाशिवरात्रि के दिन व्रती जातक इन चीजों को करने से बचें



महाशिवरात्रि भगवान शिव का सबसे बड़ा त्योहार है। इस दिन व्रत रखने का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत रखने वाले लोगों को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।

  • महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखने वाले लोगों को तामसिक भोजन करने से बचना चाहिए। 
  • महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखने वाले लोगों को अनाज जैसे चावल, गेहूं और दालों का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखने वाले लोगों को नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखने वाले लोगों को क्रोध करने से बचना चाहिए। 
  • महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखने वाले लोगों को दिन में नहीं सोना चाहिए।
  • महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखने वाले लोगों को काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
  • शिवलिंग पर कभी भी केतकी के फूल और तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाने चाहिए।
  • इस दिन सफेद चीजों का दान करने से बचना चाहिए। 

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श्री नृसिंह द्वादशनाम स्तोत्रम्

नरसिंह द्वादशी के दिन भगवान विष्णु के सिंह अवतार की पूजा की जाती है। पौराणिक कथा और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी तिथि पर भगवान विष्णु ने भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए नरसिंह रूप में अवतार लेकर हिरण्यकश्यप का वध किया था।

होली से पहले आने वाला होलाष्टक क्या है

एक पौराणिक कथा है जिसके अनुसार जब प्रह्लाद भगवान विष्णु की स्तुति गाने के लिए अपने पिता हिरण्यकश्यप के सामने अड़ गए, तो हिरण्यकश्यप ने भगवान हरि के भक्त प्रह्लाद को आठ दिनों तक यातनाएं दीं।

होलाष्टक से जुड़े पौराणिक कथा

होलाष्टक का सबसे महत्वपूर्ण कारण हिरण्यकश्यप और प्रह्लाद की कथा से जुड़ा है। खुद को भगवान मानने वाला हिरण्यकश्यप अपने बेटे प्रह्लाद की भक्ति से नाराज था।

होलाष्टक के यम-नियम क्या हैं

हिंदू पंचांग के अनुसार होलाष्टक होली से पहले आठ दिनों की एक विशेष अवधि है, जो फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से होलिका दहन तक चलती है। इस अवधि के दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है।

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