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श्री द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात (Shri Dwarkadhish Temple, Gujarat)

दर्शन समय

3:00 AM - 11:00 PM

श्री द्वारकाधीश मंदिर का महत्व

श्री द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है, जो हिन्दू धर्म के प्रमुख देवता में से एक हैं। कृष्ण भगवान को 'द्वारकाधीश' कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने द्वारका नामक अपने नगर को स्थापित किया था, जो वर्तमान गुजरात के द्वारका शहर के नाम से प्रसिद्ध है। इस स्थान का इतिहास और महत्व हिन्दू धर्म में गहरी मान्यता और आस्था के साथ जुड़ा हुआ है। मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने अपने जीवन के अंतिम दिनों में इस शहर में राज किया था और अपने भक्तों को वहाँ अपनी उपस्थिति से आनंदित किया था। द्वारकाधीश मंदिर अपनी विशाल और आकर्षक संरचना के लिए भी प्रसिद्ध है। इस मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति को पूजा जाता है और लाखों भक्त इस मंदिर का दर्शन करने के लिए प्रतिवर्ष आते हैं। इस प्रकार, श्री द्वारकाधीश मंदिर हिन्दू धर्म के एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में महत्वपूर्ण है और भक्तों के लिए आध्यात्मिक महत्व का केंद्र है।


श्री द्वारकाधीश मंदिर की कथा:


श्री द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात के पीछे एक रोचक कथा है जो इसे और भी प्रसिद्ध बनाती है। कथा के अनुसार, भगवान कृष्ण का जन्म स्थान मथुरा था, जहां उनका बचपन बिता। बाद में उन्होंने माता यशोदा और नंदजी के साथ गोकुल नामक स्थान पर अपना बचपन गुजारा। कृष्ण भगवान के युवावस्था में, जब वे मथुरा के राजा कंस के खिलाफ लड़ने निकले, वे द्वारका में एक नगर बसाने का निर्णय लिया। द्वारका के निर्माण के लिए, भगवान कृष्ण ने ब्रह्माजी का सहारा लिया। उन्होंने ब्रह्माजी से प्राप्त किए गए अद्भुत युक्तियों के अनुसार नगर का निर्माण किया। कथानुसार, धरती पर जो नगर बसा वह स्वर्ग से भी कम नहीं था, और उसकी सुंदरता और समृद्धि अद्वितीय थी। इसीलिए यह नगर 'द्वारका' यानी 'द्वार का' कहलाया, क्योंकि यह स्वर्ग के द्वार की भांति था। इस प्रकार, श्री द्वारकाधीश मंदिर के पीछे द्वारका नगर का निर्माण और उसकी उत्पत्ति की यह रोचक कथा है जो इस मंदिर को और भी प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण बनाती है।


श्री द्वारकाधीश मंदिर में पूजा विधि:


श्री द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात में पूजन की विशेष विधि और प्रक्रिया है जो भक्तों को धार्मिकता और आध्यात्मिक संबंध में संबोधित करती है। यहाँ पर मंदिर में पूजन की कुछ मुख्य चरण हैं:

स्नान और वस्त्र धारण: भक्त श्री द्वारकाधीश मंदिर के प्रांगण में पहले अपने शरीर को शुद्ध करते हैं और फिर पवित्र जल से अपने शरीर को स्नान करते हैं। इसके बाद, वे पवित्र वस्त्र धारण करते हैं।

दीप पूजन: भक्त मंदिर में जाकर भगवान कृष्ण को प्रकाश करते हैं और उन्हें दीपों की पूजा करते हैं। इस पूजा के दौरान अनेक प्रकार के दीप जलाए जाते हैं।

आरती: भक्तों द्वारकाधीश मंदिर में आरती गाते हैं, जिसमें भगवान कृष्ण की महिमा गाई जाती है और उन्हें प्रणाम किया जाता है।

प्रदक्षिणा: भक्तों द्वारकाधीश मंदिर के प्रांगण में भगवान कृष्ण के चारों ओर प्रदक्षिणा करते हैं, जिससे उन्हें आध्यात्मिक संबल मिलता है।

भोग और प्रार्थना: पूजा के अंत में, भक्तों द्वारकाधीश मंदिर में भगवान कृष्ण के लिए भोग और प्रसाद लेकर उन्हें समर्पित करते हैं, और फिर अपनी मनोकामनाओं की प्रार्थना करते हैं।

इन सभी पूजा और अर्चना के चरणों के माध्यम से, भक्तों को आध्यात्मिक संबंध में समृद्धि और धार्मिकता का अनुभव होता है और उन्हें भगवान कृष्ण के साथ एकाग्रता की अनुभूति होती है।


श्री द्वारकाधीश मंदिर पहुँचने के लिए परिवहन सुविधाएं

श्री द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात, को भारत के विभिन्न स्थानों से पहुंचने के लिए कई परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहाँ कुछ मुख्य सुविधाएं हैं:

रेलवे: द्वारका नगर के पास एक रेलवे स्टेशन है, जो कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। इस स्टेशन से मंदिर तक पहुंचने के लिए रिक्शा, ऑटोरिक्शा या टैक्सी की सेवाएं उपलब्ध हैं।

बस: द्वारका नगर में बस सेवाएं भी उपलब्ध हैं, जो निरंतर विभिन्न शहरों से चलती हैं। बस स्टैंड से मंदिर तक आपको ऑटोरिक्शा या रिक्शा की सेवा मिलेगी।

एयरपोर्ट: निकटतम एयरपोर्ट जामनगर में है, जो लगभग १३० किलोमीटर दूर है। यहाँ से आप टैक्सी या कार की सेवा का इस्तेमाल करके द्वारका तक पहुंच सकते हैं।

अन्य परिवहन सेवाएं: द्वारका में रिक्शा, ऑटोरिक्शा, और टैक्सी की सेवाएं उपलब्ध हैं जो मंदिर तक पहुंचने के लिए उपयुक्त हो सकती हैं।

इन सभी सुविधाओं का उपयोग करके आप श्री द्वारकाधीश मंदिर को आसानी से पहुंच सकते हैं और आपकी यात्रा सुखद और सुविधाजनक हो सकती है।


श्री द्वारकाधीश मंदिर के आस-पास रुकने के लिए कुछ होटल और गेस्ट हाउस की सूची निम्नलिखित है


श्री द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात, के आसपास कई अच्छे होटल और गेस्ट हाउस हैं, जो भक्तों को आरामदायक ठहरने की सुविधा प्रदान करते हैं। यहां कुछ प्रमुख विकल्प हैं:

Hotel Guruprerna: यह होटल मंदिर से कुछ मीटर की दूरी पर स्थित है और सुविधाजनक कमरे और शानदार सेवाएं प्रदान करता है।

Hotel Gomti Residency: यह होटल भी मंदिर के पास है और आरामदायक कमरों के साथ-साथ व्यवसायिक सुविधाओं की भी पेशकश करता है।

Hotel Dev Villa: यह होटल भी द्वारकाधीश मंदिर के निकट स्थित है और अच्छी सेवाएं प्रदान करता है।

Dwarkadhish Lords Eco Inn: यह होटल अधिक आरामदायक अनुकूलताओं के साथ-साथ भोजन की विशेषता के लिए प्रसिद्ध है।

Shree Gurukrupa Guest House: यह गेस्ट हाउस मंदिर के निकट स्थित है और बजट-मित्र कमरों की सेवा प्रदान करता है।

Hotel Dwarka Residency: यह होटल मंदिर के कुछ ही दूरी पर स्थित है और आरामदायक कमरे के साथ-साथ व्यावसायिक सुविधाएँ उपलब्ध कराता है।

Hotel Shivam: यह होटल भी मंदिर के पास है और आरामदायक कमरे की सेवा प्रदान करता है।

Gokul Guest House: यह गेस्ट हाउस मंदिर के निकट स्थित है और बजट-मित्र कमरों की सेवा प्रदान करता है।

Hotel Shree Gurukrupa: यह होटल भी मंदिर के पास है और अच्छी सेवाएं प्रदान करता है।

Hotel Maheshwari Palace: यह होटल भी द्वारकाधीश मंदिर के पास स्थित है और आरामदायक कमरे की सेवा प्रदान करता है।

ये सभी होटल और गेस्ट हाउस उच्च गुणवत्ता और सुविधाओं के साथ भक्तों के लिए आरामदायक विकल्प प्रदान करते हैं, जिससे उनकी यात्रा सुखद और समृद्ध हो सकती है।

डिसक्लेमर

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