आजा कलयुग में लेके अवतार ओ गोविन्द (Aaja Kalyug Me Leke Avtar O Govind)

आजा कलयुग में लेके अवतार ओ गोविन्द

आजा कलयुग में लेके अवतार ओ गोविन्द

अपने भगतो की सुन ले पुकार ओ गोविन्द

अपने भगतो की सुन ले पुकार ओ गोविन्द


यमुना का पानी तोसे करता सवाल है

तेरे बिना देख ज़रा कैसा बुरा हाल है

यमुना का पानी तोसे करता सवाल है

तेरे बिना देख ज़रा कैसा बुरा हाल है


काहे तूने तोड़ लिया प्यार ओ गोविन्द

काहे तूने तोड़ लिया प्यार ओ गोविन्द

अपने भगतो की सुन ले पुकार ओ गोविन्द

अपने भगतो की सुन ले पुकार ओ गोविन्द


निकला है सवा मन सोना जिस कूख से

गाये बेचारी मरे चारे बिना भूख से

निकला है सवा मन सोना जिस कूख से

गाये बेचारी मरे चारे बिना भूख से


गइयाँ को दिया दुत्कार ओ मोहन

गइयाँ को दिया दुत्कार ओ गोविन्द

अपने भगतो की सुन ले पुकार ओ गोविन्द

अपने भगतो की सुन ले पुकार ओ गोविन्द


घर घर में माखन की जगह हाँ शराब है

कलयुगी गोपियाँ हाँ बहुत ही खराब है

घर घर में माखन की जगह हाँ शराब है

कलयुगी गोपियाँ हाँ बहुत ही खराब है


धर्म तो बना व्यापार हो गोविन्द

धर्म तो बना व्यापार हो गोविन्द

अपने भगतो की सुन ले पुकार ओ गोविन्द

अपने भगतो की सुन ले पुकार ओ गोविन्द


अब किसी की द्रोपदी ककी बचती ना लाज रे

बिगड़ा जमाना भये उलटे ही काज रे

अब किसी की द्रोपदी ककी बचती ना लाज रे

बिगड़ा जमाना भये उलटे ही काज रे


कंसो की बनी सरकार ओ गोविन्द

कंसो की बनी सरकार ओ गोविन्द

अपने भगतो की सुन ले पुकार ओ गोविन्द

अपने भगतो की सुन ले पुकार ओ गोविन्द


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छठ पर्व की पूजा विधि

आस्था, शुद्धता और तपस्या का महापर्व छठ पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल के तराई इलाकों में बड़े श्रद्धा भाव से मनाया जाता है।

अम्बे अम्बे भवानी माँ जगदम्बे: भजन (Ambe Ambe Bhavani Maa Jagdambe)

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अम्बे अम्बे भवानी माँ जगदम्बे ॥

मई माह में कब पड़ेगा पहला शुक्र प्रदोष व्रत

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है, जो भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है। यह व्रत सभी पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।

सुन राधिका दुलारी में (Sun Radhika Dulari Main)

सुन राधिका दुलारी में,
हूँ द्वार का भिखारी,

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