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इतना तो करना स्वामी, जब प्राण तन से निकले( Itna to Karna Swami Jab Pran Tan Se Nikle)

इतना तो करना स्वामी, जब प्राण तन से निकले( Itna to Karna Swami Jab Pran Tan Se Nikle)

इतना तो करना स्वामी,

जब प्राण तन से निकले

गोविन्द नाम लेकर,

फिर प्राण तन से निकले ॥


श्री गंगा जी का तट हो,

यमुना का वंशीवट हो,

मेरा सांवरा निकट हो,

जब प्राण तन से निकले,

इतना तों करना स्वामी जब प्राण ॥


पीताम्बरी कसी हो,

छवि मन में यह बसी हो,

होठों पे कुछ हसी हो,

जब प्राण तन से निकले,

इतना तों करना स्वामी जब प्राण ॥


श्री वृन्दावन का स्थल हो,

मेरे मुख में तुलसी दल हो,

विष्णु चरण का जल हो,

जब प्राण तन से निकले,

इतना तों करना स्वामी जब प्राण ॥


जब कंठ प्राण आवे,

कोई रोग ना सतावे,

यम दर्शना दिखावे,

जब प्राण तन से निकले,

इतना तो करना स्वामि जब प्राण ॥


उस वक़्त जल्दी आना

नहीं श्याम भूल जाना

राधा को साथ लाना

जब प्राण तन से निकले

इतना तों करना स्वामि जब प्राण ॥


सुधि होवे नाही तन की,

तैयारी हो गमन की,

लकड़ी हो ब्रज के वन की,

जब प्राण तन से निकले,

इतना तो करना स्वामि जब प्राण ॥


एक भक्त की है अर्जी,

खुदगर्ज की है गरजी,

आगे तुम्हारी मर्जी,

जब प्राण तन से निकले,

इतना तो करना स्वामि जब प्राण ॥


ये नेक सी अरज है,

मानो तो क्या हरज है,

कुछ आप का फरज है,

जब प्राण तन से निकले,

इतना तो करना स्वामी जब प्राण ॥

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खरमास की कथा

सनातन धर्म में खरमास को विशेष महत्व बताया गया है। यह एक ऐसा समय होता है जब सूर्य देव धनु या मीन राशि में रहते हैं जिसमें मांगलिक कार्य पर रोक रहती है। इस साल खरमास रविवार, 15 दिसंबर 2024 से शुरू हो रहा है जो 14 जनवरी, 2025 को समाप्त होगा।

धनु संक्रांति के दिन के विशेष उपाय

हिंदू धर्म में संक्रांति तिथि का काफी महत्व है। वैदिक पंचांग के अनुसार प्रत्येक महीने सूर्य की राशि परिवर्तन पर संक्रांति मनाई जाती है। इस बार मार्गशीर्ष माह में 15 दिसंबर को धनु संक्रांति पड़ रही है।

मां गंगा की पूजा कैसे करें?

गंगा नदी को मोक्षदायिनी और जीवनदायिनी कहा जाता है। हिंदू धर्म में देवी के रूप में पूजित, गंगा का जल न केवल शुद्ध है बल्कि धार्मिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कब मनाई जाएगी धनु संक्रांति

सनातन धर्म में भगवान सूर्य को ग्रहों का राजा बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि जिसकी राशि में भगवान सूर्य शुभ होते हैं, उसका सोया हुआ भाग्य भी जाग उठता है।

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