मैया मैं तेरी पतंग,
हवा विच उडदी जावांगी,
मैया डोर हाथों छड्डी ना,
मैं कट्टी जावांगी,
मईया मैं तेरी पतंग,
दाती मैं तेरी पतंग ॥
बड़ी मुश्किल दे नाल मिलया,
मैनु तेरा द्वारा ऐ,
मैनु तेरा द्वारा ऐ,
मैनु इको तेरा आसरा,
नाल तेरा सहारा ऐ,
नाल तेरा सहारा ऐ,
हूण तेरे ही भरोसे,
हूण तेरे ही भरोसे,
हवा विच उडदी जावांगी,
मैया डोर हाथों छड्डी ना,
मैं कट्टी जावांगी,
मईया मैं तेरी पतंग,
दाती मैं तेरी पतंग ॥
इहना चरणा कमला नालो,
मैनु दूर हटावी ना,
मैनु दूर हटावी ना,
इस झूठे जग दे अंदर,
मेरा पेचा लायी ना,
मेरा पेचा लायी ना,
जे कट गई ता दाती,
जे कट गई ता दाती,
फिर मैं लुट्टी जावांगी,
मैया डोर हाथों छड्डी ना,
मैं कट्टी जावांगी,
मईया मैं तेरी पतंग,
दाती मैं तेरी पतंग ॥
मैया मैं तेरी पतंग,
हवा विच उडदी जावांगी,
मैया डोर हाथों छड्डी ना,
मैं कट्टी जावांगी,
मईया मैं तेरी पतंग,
दाती मैं तेरी पतंग ॥
आज 15 अप्रैल 2025 वैशाख माह का तीसरा दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के कृष्ण पक्ष तिथि द्वितीया है। आज मंगलवार का दिन है। इस तिथि पर सिद्धि योग रहेगा।
वर्ष 2025 का चौथा महीना अप्रैल शुरू हो चुका है। लेकिन क्या आपको पता है कि अभी यानी वर्तमान में किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्यों का आयोजन नहीं किया जा रहा है।
हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र के बाद दूसरा महीना वैशाख होता है। आपको बता दें कि वैशाख महीना धार्मिक और आध्यात्मिक दोनों ही दृष्टिकोण से बहुत ही पवित्र माना गया है।
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वैशाख वर्ष का दूसरा महीना है, जो चैत्र मास के बाद आता है। आपको बता दें कि चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के बाद वैशाख मास की शुरुआत होती है।