मासिक जन्माष्टमी पर राशि अनुसार पूजा

मासिक जन्माष्टमी 2024: राशि अनुसार करें भगवान कृष्ण की पूजा, जपें ये विशेष मंत्र, होंगे सभी कष्ट दूर


हिंदू धर्म में हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का विशेष महत्व होता है। इस दिन भगवान शिव के रौद्र रूप, काल भैरव की पूजा की जाती है और इसे कालाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। साथ ही, इस दिन को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भी कहा जाता है। मासिक जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। यह दिन भक्ति और साधना का अनोखा संगम है, जब श्रद्धालु मुरली मनोहर की पूजा करके अपने जीवन के सभी दुखों और कष्टों से छुटकारा पाते हैं। आइए जानते हैं मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पर आपकी राशि के अनुसार कौन सा मंत्र जप करना लाभकारी साबित होता है।  


करें राशि अनुसार मंत्र का जप


भगवान कृष्ण की पूजा में मंत्र जप का विशेष महत्व है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, हर राशि के जातकों को अपने ग्रहों की शांति और जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए राशि विशेष के मंत्र का जप करना चाहिए। इससे भगवान कृष्ण की कृपा जल्दी प्राप्त होती है। 


1. मेष राशि:- मंत्र: ॐ जगन्नाथाय नमः भगवान श्रीकृष्ण की आराधना में इस मंत्र का एक माला जप करें। इससे आपके जीवन के कष्ट दूर होंगे और नई ऊर्जा का संचार होगा।


2. वृषभ राशि:- मंत्र: ॐ विष्णवे नमः यह मंत्र वृषभ राशि के जातकों के लिए विशेष फलदायक है। इसे जपने से भगवान कृष्ण आपकी सभी इच्छाओं को पूर्ण करेंगे।


3.मिथुन राशि:- मंत्र: ॐ सत्यवाचे नमः इस मंत्र का एक माला जप करने से मिथुन राशि के जातकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं और आध्यात्मिक शक्ति में वृद्धि होती है।


4. कर्क राशि:- मंत्र: ॐ मुरारये नमः भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र का जप करें। इससे आपके जीवन की सभी समस्याएं समाप्त होंगी।


5. सिंह राशि:- मंत्र: ॐ मायिने नमः इस मंत्र का एक माला जप करके भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त करें। यह आपके आत्मविश्वास और मनोबल को बढ़ाने में सहायक होगा।


6. कन्या राशि:- मंत्र: ॐ बलिने नमः कन्या राशि के जातक इस मंत्र का जप करें। इससे जीवन में सफलता प्राप्त होगी और भगवान की कृपा बनी रहेगी।


7. तुला राशि:- मंत्र: ॐ अजाय नमः तुला राशि के जातक इस मंत्र का जप करें। यह आपके जीवन में संतुलन और शांति लाएगा।


8. वृश्चिक राशि:- मंत्र: ॐ योगिने नमः भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र का एक माला जप करें। इससे आपके जीवन में आध्यात्मिक प्रगति होगी।


9. धनु राशि:- मंत्र: ॐ अनन्ताय नमः इस मंत्र का एक माला जप करने से धनु राशि के जातकों के जीवन में खुशियां और समृद्धि आएगी।


10. मकर राशि:- मंत्र: ॐ श्रीशाय नमः मकर राशि के जातक इस मंत्र का जप करें। इससे आपके मनोवांछित फल प्राप्त होंगे और जीवन की बाधाएं समाप्त होंगी।


11. कुंभ राशि:- मंत्र: ॐ हरिये नमः इस मंत्र का जप करने से कुंभ राशि के जातकों के जीवन में शांति और स्थिरता आएगी।


12. मीन राशि:- मंत्र: ॐ वासुदेवाय नमः मीन राशि के जातक इस मंत्र का पांच माला जप करें। इससे भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होगी और जीवन में खुशहाली आएगी।


मासिक जन्माष्टमी का महत्व


मासिक जन्माष्टमी हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण की आराधना के लिए बहुत खास माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, श्रीकृष्ण की पूजा करने से साधक के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। उनकी कृपा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में व्याप्त बाधाओं का नाश होता है। 28 जून 2024 को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व पूरे भक्ति भाव से मनाया जाएगा। इस दिन श्रद्धालु भगवान कृष्ण और राधा रानी की पूजा करते हैं और व्रत उपवास रखते हैं। यह पर्व खासतौर पर उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जो अपने जीवन में भगवान की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं।


पूजा विधि में ध्यान देने योग्य बातें


  • स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति या चित्र के सामने दीप जलाएं।
  • तुलसी का पत्ता, फल, माखन-मिश्री और फूल चढ़ाएं।
  • पूजा के दौरान अपनी राशि अनुसार मंत्र का जप करें।

........................................................................................................
मेरे उठे विरह में पीर(Mere Uthe Virah Me Pir)

मेरे उठे विरह में पीर,
सखी वृन्दावन जाउंगी ॥

आजा माँ तेनु अखियां उडीकदीयां (Aja Maa Tenu Ankhiyan Udeekdiyan)

आजा माँ तेनु अखियां उडीकदीयां।
अखियां उडीकदीयां, दिल वाजा मारदा॥

जयति तेऽधिकं जन्मना (Jayati Te Dhikam Janmana)

जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः
श्रयत इन्दिरा शश्वदत्र हि ।

हे त्रिपुरारी गंगाधरी(Hey Tripurari Gangadhari)

हे त्रिपुरारी गंगाधरी
सृष्टि के आधार,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने