Logo

महाकुंभ में ऐसे करें दान और पुण्य के भागी बनें

महाकुंभ में ऐसे करें दान और पुण्य के भागी बनें

Bhakt Vatsal Mahakumbh Anna Daan: भक्त वत्सल महाकुंभ में 1 लाख श्रद्धालुओं को करवा रहा भोजन, आप भी ऐसे करें अन्नदान में सहयोग


प्रयागराज में अब जल्द ही महाकुंभ आरंभ होने जा रहा है और अभी से ही लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। इस पवित्र नगरी में भक्ति का रंग चरम पर देखने को मिल रहा है। इसी बीच, भक्त वत्सल संस्था एक अद्भुत कार्य कर रही है। उसने महाकुंभ में एक लाख श्रद्धालुओं को भोजन कराने का बीड़ा उठाया है। यह अन्नदान का महायज्ञ है, जिसमें आप भी हिस्सा बनकर पुण्य कमा सकते हैं। हिंदू धर्म में अन्नदान का बहुत महत्व है। मान्यता है कि अन्नदान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भक्त वत्सल संस्था इसी मान्यता को साकार करने का प्रयास कर रही है। आप भी इस पुनीत कार्य में अपना योगदान देकर धर्म का पालन कर सकते हैं और लाखों श्रद्धालुओं के जीवन में खुशियां ला सकते हैं।


भक्त वत्सल की पहल लाखों श्रद्धालुओं को निःशुल्क भोजन


भक्त वत्सल की पहल एक अत्यंत सराहनीय प्रयास है जिसके तहत लाखों श्रद्धालुओं को निःशुल्क भोजन प्रदान किया जा रहा है। यह पहल न केवल भूखे लोगों की भूख मिटाती है बल्कि मानव सेवा के प्रति समर्पण का भी प्रतीक है। इस तरह की पहल से समाज में एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण होता है और लोगों के बीच एकता और भाईचारे की भावना बढ़ती है। भक्त वत्सल की इस पहल से न केवल धार्मिक भावनाओं को बल मिलता है बल्कि समाज सेवा के प्रति जागरूकता भी बढ़ती है। यह एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे व्यक्तिगत प्रयासों से समाज में बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं।


भक्त वत्सल के जरिए अन्नदान कर पुण्य कर सकते हैं अर्जित


भक्त वत्सल आपके लिए पुण्य अर्जित करने का एक सौभाग्यशाली अवसर लेकर आया है। अगर आप किसी कारणवश महाकुंभ नहीं जा पा रहे हैं, तो आप पुण्य प्राप्ति के लिए इस लिंक के माध्यम से उन सभी श्रद्धालुओं को भोजन करा सकते हैं। 


  • सबसे पहले इस लिंक को क्लिक करें - https://www.bhaktvatsal.com/mahakumbh-anna-daan
  • उसके बाद आप अपना नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर, पैन नंबर और अपने आधार पर दिए गए नंबर को फील करें और अपनी श्रद्धा के अनुसार अन्न दान कर सकते हैं। 


अन्नदान का महत्व


अन्नदान का हमारे समाज में अत्यधिक महत्व है। यह धर्म, संस्कृति और मानवता के मूल्यों से जुड़ा हुआ है। अन्नदान से न केवल भूखों को भोजन मिलता है बल्कि दान देने वाले व्यक्ति को भी आत्मिक शांति और संतुष्टि प्राप्त होती है। हिंदू धर्म में अन्न को देवता के समान माना गया है और अन्नदान को पुण्य का कार्य माना जाता है। अन्नदान करने से व्यक्ति का मन शुद्ध होता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसलिए हर व्यक्ति को अन्न दान जरूर करना चाहिए। 


भक्त वत्सल के साथ मिलकर बनाएं भव्य महाकुंभ


महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस भीड़ में कई ऐसे लोग होते हैं जो भोजन के लिए तरसते हैं। आइए हम सब मिलकर अन्नदान करके इन लोगों की भूख मिटाएं। अन्नदान करना सबसे बड़ा दान है। भक्त वत्सल के साथ हम भी इस पवित्र कार्य में भाग लेकर धर्म का पालन कर सकते हैं और अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं।


........................................................................................................
दीपोत्सव 2024 के शुभ मुहूर्त

दिवाली का त्योहार भारतीय संस्कृति का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। पाचं दिन चलने वाले इस त्योहार में प्रत्येक दिन का अपना विशेष महत्व है।

छठ के सिंदूर का महत्व

छठ पूजा के पावन पर्व पर व्रती महिलाएं नाक से लेकर मांग तक लंबा सिंदूर लगाती हैं, जिसे पति की लंबी आयु, सम्मान और परिवार की समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

छठ पूजा और मिट्टी के हाथी

छठ पूजा उत्तर भारत का प्रमुख त्योहार है। जिसमें सूर्य देव और छठी मैया की उपासना की जाती है। इस महापर्व में मिट्टी के हाथी और कोसी भराई की पवित्र परंपरा का विशेष महत्व है।

दीपावली पर सूप पीटने की पंरपरा

दीपावली का पर्व पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन बिहार और यूपी के गांवों में इसे मनाने का एक अनूठा तरीका है। यहां दीपावली की रात महिलाएं सूप पीटने की परंपरा निभाती हैं।

यह भी जाने
HomeBook PoojaBook PoojaTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang