Logo

गौंरी सुत गणराज गजानन, विघ्न हरण मंगल कारी (Gauri Sut Ganraj Gajanan Vighna Haran Mangal Kari)

गौंरी सुत गणराज गजानन, विघ्न हरण मंगल कारी (Gauri Sut Ganraj Gajanan Vighna Haran Mangal Kari)

गौरी सुत गणराज गजानन,

विघ्न हरण मंगल कारी,

जो नर तुमको प्रथम मनावे,

जो नर तुमको प्रथम मनावे,

दुविधा मिट जावे सारी,

गौंरी सुत गणराज गजानन,

विघ्न हरण मंगल कारी ॥


प्रथम पूज्‍यनिय तू है बाबा तेरा,

सबसे पहले ध्यान किया,

बाधाओं से मुक्ति पाने,

तेरा ही आह्वान किया,

आओ सवारो काज हमारे,

बल बुद्धि के भंडारी,

गौंरी सुत गणराज गजानन,

विघ्न हरण मंगल कारी,

गौंरी सुत गणराज गजानन ॥


शिव शंकर के लाल पधारो,

आज हमारे कीर्तन में,

आकर पूरी कर देना प्रभु,

जो भी आशा है मन में,

तेरे स्वागत की कर ली है,

हमने सारी तैयारी,

गौंरी सुत गणराज गजानन,

विघ्न हरण मंगल कारी,

गौंरी सुत गणराज गजानन ॥


रिद्धि सिद्धि को भी संग में लाना,

गौरीपुत्र गणेश मेरे,

भर देना भंडार हमारे,

बिगड़े काम बने मेरे,

रखना हरी भरी प्रभु तुम हरदम ,

भक्तों की ये फुलवारी,

गौंरी सुत गणराज गजानन,

विघ्न हरण मंगल कारी,

गौंरी सुत गणराज गजानन ॥


गौरी सुत गणराज गजानन,

विघ्न हरण मंगल कारी,

जो नर तुमको प्रथम मनावे,

जो नर तुमको प्रथम मनावे,

दुविधा मिट जावे सारी,

गौंरी सुत गणराज गजानन,

विघ्न हरण मंगल कारी ॥

........................................................................................................
चैत्र नवरात्रि 2025 कब है

सनातन धर्म में नवरात्रि के दिनों को अत्यंत शुभ माना जाता है। साल में चार नवरात्रियां पड़ती हैं—माघ, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन मास में। इनमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि को प्रत्यक्ष नवरात्रि कहा जाता है, जिनका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अधिक होता है।

होली 2025 में कब मनाई जाएगी

भारत को उत्सवों का देश कहा जाता है। यहां हर मौसम में खास त्योहार मनाए जाते हैं। सर्दी का मौसम खत्म हो गया है और बसंत के शुरू होते ही होली का त्योहार दस्तक दे रहा है।

नवरात्रि 2025 में कब-कब है

सनातन धर्म में मां दुर्गा को शक्ति और भक्ति का प्रतीक माना गया है। मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा नवरात्रि के दौरान की जाती है। यह पर्व साल में चार बार मनाया जाता है—शारदीय नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रियां।

15 फरवरी 2025 का पंचांग

पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। वहीं आज शनिवार का दिन है। इस तिथि पर धृति योग का संयोग बन रहा है।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang