मैया के पावन चरणों में,
तू सर झुका के देख ले,
देती है वरदान सबको,
तू भी आके देख ले,
मैया के पावन चरणो में,
शेरावाली की जय,
मेहरावाली की जय ॥
माँ तेरे घट घट की जाने,
इसको क्या बतलायेगा,
मांगने की क्या ज़रूरत,
ऐसे ही मिल जाएगा,
भोली भाली मैया को बस,
तू रिझा कर देख ले,
देती है वरदान सबको,
तू भी आके देख ले,
मैया के पावन चरणो में,
शेरावाली की जय,
मेहरावाली की जय ॥
सच्चे भक्तों से मिलने का,
माँ को रहता चाव है,
रोली मोली चुनरी से,
बढ़कर तेरे भाव है,
प्रेम के दो बूँद आंसू,
तो बहकर देख ले,
देती है वरदान सबको,
तू भी आके देख ले,
मैया के पावन चरणो में,
शेरावाली की जय,
मेहरावाली की जय ॥
माँ सदा करती रखवाली,
भक्तों के परिवार की,
सारा जग जाने है महिमा,
मैया के दरबार की,
‘बिन्नू’ मैया दौड़ी आये,
तू बुलाकर देख ले,
देती है वरदान सबको,
तू भी आके देख ले,
मैया के पावन चरणो में,
शेरावाली की जय,
मेहरावाली की जय ॥
मैया के पावन चरणों में,
तू सर झुका के देख ले,
देती है वरदान सबको,
तू भी आके देख ले,
मैया के पावन चरणो में,
शेरावाली की जय,
मेहरावाली की जय ॥
रोशनी और उमंग के त्योहार के रूप में देशभर में दीपावली धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व का मुख्य उद्देश्य अंधकार पर प्रकाश की विजय और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
दीपावली का पर्व हिंदू धर्म में सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। दीपावली धन और खुशहाली का प्रतीक भी है।
दीपावली का पर्व हिंदू धर्म में सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। दीपावली धन और खुशहाली का प्रतीक भी है।
हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीपावली के पांच दिन घर में उत्सव जैसा माहौल रहता है। इस दिन जहां बच्चों को पटाखे छोड़ने का मौका मिलता है।