ये चमक ये दमक,
फूलवन मा महक,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है,
इठला के पवन,
चूमे सैया के चरण,
बगियन मा बहार तुम्हई से है ॥
मेरे सुख दुःख की रखते हो खबर,
मेरे सर पर साया तुम्हारा है,
मेरी नैया के खेवनहार तुम्ही,
मेरा बेड़ा पार तुम्हई से है,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥
मैं तो भूल गयी कुछ भी कहना,
तोरी प्रीत में रोवत है नैना,
रग रग में बसी है प्रीत तोरी,
अखियन में खुमार तुम्हई से है,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥
मेरा दिल ले लो मेरी जा ले लो,
मेरा तन ले लो मेरा मन ले लो,
मेरे इश्क को निस्बत है तुमसे,
जीवन श्रृंगार तुम्हई से है,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥
मैं तो भूल गयी सब सुख चैना,
मोरे जबसे लडे तुम संग नैना,
मोरी नस नस में है प्रीत तोरी,
मेरा सब आधार तुम्हई से है,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥
मेरा कोई नहीं है दुनिया में,
मेरा तौल करार तुम्हई से है,
मैं कहाँ जाकर सौदा बेचूं,
मेरा सब व्यापार तुम्हई से है,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है ॥
ये चमक ये दमक,
फूलवन मा महक,
सब कुछ सरकार तुम्हई से है,
इठला के पवन,
चूमे सैया के चरण,
बगियन मा बहार तुम्हई से है ॥
- पं. सुधीर व्यास जी।
हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन किसी न किसी देवता को समर्पित है। उसी प्रकार, गुरुवार का दिन देवताओं के गुरु बृहस्पति देव का दिन होता है। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से बृहस्पति की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
सनातन हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि काफ़ी महत्वपूर्ण माना जाता है। अमावस्या तिथि कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन होती है और इस दिन आकाश में चांद दिखाई नहीं देता है। प्रत्येक साल कुल 12 अमावस्या पड़ती हैं।
सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। इसे पितरों और देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त करने का उत्तम समय माना जाता है। विशेष रूप से सोमवती अमावस्या, जो इस बार 30 दिसंबर 2024 को पड़ रही है।
केतु को आध्यात्मिक विकास, मोक्ष और वैराग्य का कारक माना जाता है। केतु ग्रह व्यक्ति के पिछले जन्मों के कर्मों का फल देते हैं। यह व्यक्ति के जीवन में अचानक बदलाव ला सकता हैं, चाहे वह अच्छे हों या बुरे।