ज्योतिष शास्त्र में सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों को बहुत ही अशुभ घटनाएँ माना जाता है। इनका असर न केवल देश-दुनिया पर, बल्कि राशिचक्र की सभी राशियों पर भी पड़ता है। लेकिन इस बार साल का पहला चंद्र ग्रहण कुछ खास होने जा रहा है। 14 मार्च को होली वाले दिन यह ग्रहण लगेगा। सिंह राशि में लगने वाला यह पूर्ण चंद्र ग्रहण के रूप में दिखाई देगा। यह ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा ब्लड मून के रूप में नजर आएगा, जिससे कई बदलाव हो सकते हैं। इस चंद्र ग्रहण का विशेष असर कुछ राशियों पर होने वाला है, जो उनके जीवन में शुभ लाभ और बदलाव लेकर आएगा। जानिए कौन सी हैं वे भाग्यशाली राशियाँ।
सिंह राशि पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव विशेष रूप से सकारात्मक होगा। इस ग्रहण के दौरान सिंह राशि वालों के लिए आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होगी। यह समय उनके लिए नया अवसर लेकर आएगा, खासकर करियर और व्यक्तिगत जीवन में। चंद्र ग्रहण के प्रभाव से सिंह राशि के लोग अपने लक्ष्य को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण अपनाएंगे और नए प्रोजेक्ट्स या व्यवसाय में सफलता प्राप्त करेंगे। इसके अलावा, पुराने विवादों का हल निकल सकता है और रिश्तों में सुधार हो सकता है। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति का माहौल बनेगा और आर्थिक स्थिति भी बेहतर होगी। कुल मिलाकर, यह ग्रहण सिंह राशि के लिए बहुत ही लाभकारी रहेगा।
साल का पहला चंद्र ग्रहण वृषभ राशि वालों के लिए बेहद शुभ है। सभी सपने पूरे होंगे और धन-दौलत की प्राप्ति होगी। बिजनेस में नई शुरुआत से लाभ होगा और आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
मिथुन राशि वालों के लिए यह ग्रहण अत्यंत लाभकारी है। बचत में सफलता मिलेगी और सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी। छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए यह समय अच्छा है। कारोबार में विस्तार होगा और नौकरीपेशा जातकों को गुड न्यूज मिल सकती है।
कर्क राशि वालों को चंद्र ग्रहण से लाभ होगा। नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को अच्छा ऑफर मिल सकता है। करियर में ऊंचाइयां प्राप्त होंगी और व्यापार में आर्थिक लाभ होगा। पैतृक संपत्ति और निवेश से अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह ग्रहण सकारात्मक प्रभाव डालेगा। कार्यक्षेत्र में अच्छा लाभ मिलेगा और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। कारोबार में आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी और निवेश से लाभ मिल सकता है।
साल का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च को सुबह 9:27 बजे से शुरू होगा और दोपहर 3:30 बजे समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू होता है। हालांकि, यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। सूतक काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, लेकिन यह यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत और अटलांटिक महासागर, साथ ही ध्रुवीय इलाकों में देखा जाएगा। इसके अलावा एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में भी यह ग्रहण दिखाई देगा।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, गंगा दशहरा ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरण का प्रतीक है और इसे गंगा स्नान, पूजन और मंत्र जाप के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
आज 8 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का 27वां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष तिथि द्वादशी है। आज रविवार का दिन है।
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