मासिक शिवरात्रि हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती कि विशेष रूप से पूजा की जाती है, जो शिव भक्तों के लिए विशेष फलदायी माना जाता है। इस दिन देशभर में शिव मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना और जागरण का आयोजन भी किया जाता है।
इस वर्ष अप्रैल माह में मासिक शिवरात्रि 26 अप्रैल, शनिवार को पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, निशा काल में शिवरात्रि की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और 26 अप्रैल की रात 12:09 बजे से 12:59 बजे तक निशा काल की तिथि रहेगी। ऐसा कहा जाता है कि इस विशेष समय में भगवान शिव की आराधना करने से भक्तों को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुरूप, मासिक शिवरात्रि का व्रत अत्यंत शुभ होता है। यह व्रत विशेष रूप से कामनाओं की पूर्ति, विवाहित जीवन में सुख, और आध्यात्मिक उन्नति के लिए रखा जाता है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन शिव-पार्वती की पूजा करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और शिव कृपा प्राप्त होती है।
हे भोले नाथ तेरी महिमा निराली,
जाने वो जिस ने तेरी लगन लगाली,
हे सरस्वती माँ ज्ञान की देवी किरपा करो
देकर वरदान हे मात मेरा अज्ञान हरो
हे दयामय आप ही संसार के आधार हो।
आप ही करतार हो हम सबके पालनहार हो॥
शिव नाम से है,
जगत में उजाला ।