छठि मैया बुलाए (Chhathi Maiya Bulaye)

बन परदेशिया जे गइल शहर तू

बिसरा के लोग आपन गांव के घर तू

उहे घरवा उहे गलिया पुकारे

छठि मैया रास्ता निहारे

जय हो छठि मैया

बुलावे छठि मैया


अंगना में जीजी संग मौसी

छठि माई के गीत गाए

छठि माई के गीत गाए

अंगना में जीजी संग मौसी

छठि माई के गीत गाए

छठि माई क गीत गाए

सज धज के नयिकी दुल्हिन

पर्व के ठेकुआ बनाए

पर्व के ठेकुआ बनाए

हे छठि मैया होउ ना सहाय

हे छठि मैया होउ ना सहाय


बाबूजी गेलथुन केलवा किनाये

पटना बजरवा से नेमुआ ले आये

फलवा से बबुनी बहंगी सजाए

हो फलवा के भरवा से लचकत जाए

बहंगी लचकत जाए

बहंगी लचकत जाए


पानी में खड़ा होके बरती

मांगे आशीष अपार

मांगे आशीष अपार

सबके सुहागिन रखिह

दिह उमिर हजार

दिह उमिर हजार


हे दीनानाथ सुन ल पुकार

हे दीनानाथ विनती हमार

हे दीनानाथ सुन ल पुकार

हे दीनानाथ विनती हमार

हे दीनानाथ सुन ल पुकार

हे दीनानाथ विनती हमार


पुरा जग से हारे

आए तेरे द्वारे

सुने हैं कि छठि माय

भाग संवारे

........................................................................................................
दुनियाँ रचने वाले को भगवान कहते हैं(Duniya Rachne Wale Ko Bhagwan Kehte Hain)

दुनियाँ रचने वाले को भगवान कहते हैं,<,br> और संकट हरने वाले को हनुमान कहते हैं।

मां अन्नपूर्णा चालीसा (Maa Annapurna Chalisa)

विश्वेश्वर पदपदम की रज निज शीश लगाय ।
अन्नपूर्णे, तव सुयश बरनौं कवि मतिलाय ।

भोले बाबा ने पकड़ा हाथ (Bhole Baba Ne Pakda Hath)

भोले बाबा ने पकड़ा हाथ,
की रहता हर पल मेरे साथ,

किस्मत को मेरी आज, बना क्यों नहीं देते (Kismat Ko Meri Aaja Bana Kyo Nahi Dete)

किस्मत को मेरी आज,
बना क्यों नहीं देते,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने