हमको अपनी भारत की माटी से अनुपम प्यार है (Hamako Apani Bharat Ki Mati Se Anupam Pyar Hai)

इस धरती पर जन्म लिया था दसरथ नंन्दन राम ने,

इस धरती पर गीता गायी यदुकुल-भूषण श्याम ने ।

इस धरती के आगे झुकता मस्तक बारम्बार है ॥


हमको अपनी भारत की माटी से अनुपम प्यार है,

माटी से अनुपम प्यार है, माटी से अनुपम प्यार है ॥


इस धरती की गौरव गाथा गायी राजस्थान ने,

इस पुनीत बनाया अपने वीरों के बलिदान ने ।

मीरा के गीतों की इसमें छिपी हुई झंकार है ॥


हमको अपनी भारत की माटी से अनुपम प्यार है,

माटी से अनुपम प्यार है, माटी से अनुपम प्यार है ॥


कण-कण मंदिर इस माटी का कण-कण में भगवान् है,

इस माटी से तिलक करो यह मेरा हिन्दुस्तान है ।

इस माटी का रोम रोम भारत का पहरेदार है॥


हमको अपनी भारत की माटी से अनुपम प्यार है,

माटी से अनुपम प्यार है, माटी से अनुपम प्यार है ॥

हमको अपनी भारत की माटी से अनुपम प्यार है,

माटी से अनुपम प्यार है, माटी से अनुपम प्यार है ॥

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भानु सप्तमी पर सूर्यदेव को क्या चढ़ाएं

हिंदू धर्म में भानु सप्तमी का व्रत विशेष रूप से सूर्यदेव को समर्पित है। यह दिन सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करने के लिए विशेष माना जाता है।

कृष्ण जन्माष्टमी स्त्रोत

पंचांग के अनुसार, हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। 3 का जन्म कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था, इसलिए इस दिन को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है।

वन में चले रघुराई (Van Me Chale Raghurai )

वन में चले रघुराई,
संग उनके सीता माई,

जो राम को लाए है, हम उनको लाएंगे (Jo Ram Ko Laye Hai Hum Unko Layenge)

जो राम को लाए है,
हम उनको लाएंगे,

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