भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी विघ्न समाप्त होते हैं और जीवन में शुभता आती है। धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक करने से व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी पर किन चीजों का भोग लगाना चाहिए, पूजा विधि क्या है और कौन से उपाय विशेष लाभकारी होते हैं।
भगवान गणेश को मोदक, लड्डू और गुड़ से बनी मिठाइयां अत्यंत प्रिय हैं। इसलिए इस दिन विशेष रूप से मोतीचूर के लड्डू, तिल के लड्डू, गुड़, फल, और पंचामृत का भोग लगाना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इन चीजों का भोग लगाने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये।
गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर।।
भोले शिव मंगलकारी,
भोले की महिमा न्यारी,
भोले तेरे चरणों की,
गर धूल जो मिल जाए,
बंजारन मैं बंजारन,
भोले तेरी बंजारन,
कार्तिक पूर्णिमा का पर्व हिंदू धर्म में अत्यधिक पवित्र माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष विधान है।