होली रंगों का त्योहार है। इसलिए भगवान को रंग चढ़ाना और भी खास और शुभ होता है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि किस भगवान को कौन सा रंग चढ़ाया जाता है और उसका क्या महत्व है।
हर रंग का अपना-अपना महत्व होता है और हर रंग की कुछ कहानी है, इसीलिए सभी भगवानों को अलग-अलग रंग के गुलाल चढ़ाए जाते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं रंगों के महत्व के बारे में:
रंगों का अपना महत्व होता है, गुलाल का उपयोग विशेष रूप से देवी-देवताओं की पूजा करने और उनका स्वागत करने के लिए किया जाता है।
होली पर भगवान को ये सभी रंग अर्पित करने से आपके घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है, और धन लाभ भी होता है।
कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक सम्मेलन है, साथ ही विश्वास,आस्था, सौहार्द और संस्कृतियों के मिलन का महापर्व भी है।
महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर तीन पवित्र ज्योतिर्लिंग स्थित है। इनमें से एक ज्योतिर्लिंग नासिक से लगभग 28 किमी की दूरी पर है।
गंगा नदी को भारतवर्ष की जीवनदायनी और सबसे पवित्र नदी कहा जाता है, इस नदी को श्रद्धालु मां गंगा कहकर भी संबोधित करते हैं। हिमालय से निकलने वाली गंगा बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है.
यमुना नदी गंगा की सबसे लंबी और दूसरी सबसे बड़ी सहायक नदी है। यमुना नदी का उद्गम स्थान यमुनोत्री है। ऐसा कहा जाता है कि यमुनोत्री दर्शन के बिना तीर्थ यात्रियों की यात्रा अधूरी रहती है।