भगवान विष्णु की पूजा में गाएं ये आरती

नरसिंह जयंती पर भगवान विष्णु की पूजा करते समय जरूर करें ये आरती, मनचाही वरदान की होगी प्राप्ति


नरसिंह जयंती हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान विष्णु के चौथे अवतार भगवान नरसिंह को समर्पित है। यह पर्व वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है, जो इस साल रविवार,11 मई को पड़ रही है। इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं, भगवान नरसिंह की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए आरती एवं मंत्रों का जाप करते हैं।


भगवान नरसिंह  है ‘अर्ध-मानव और अर्ध-सिंह अवतार 

भगवान नरसिंह को ‘अर्ध-मानव, अर्ध-सिंह’ स्वरूप में जाना जाता है। यह अवतार भगवान विष्णु ने अपने परम भक्त प्रह्लाद की रक्षा और असुर हिरण्यकश्यप का वध करने के लिए लिया था। यह कथा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक मानी जाती है और यही कारण है कि नरसिंह जयंती पर भगवान विष्णु की उपासना करने से भक्तों के जीवन से भय, संकट और बाधाएं दूर होती हैं।


ये चार आरतीयां करेंगी आपकी मनोकामनाएं पूरी

भगवान नरसिंह की आरती करने से विशेष पुण्य लाभ मिलता है और यह माना जाता है कि आरती करने से आपकी मनचाही मुरादें पूर्ण होती हैं। 

  • ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे। स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे, स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे, जन का ताप हरे॥  
  • तुम हो दीन दयाला, भक्तन हितकारी, प्रभु भक्तन हितकारी। दास जान अपनायो, दास जान अपनायो, जन पर कृपा करी॥  
  • ब्रह्मा करत आरती, माला पहिनावे, प्रभु माला पहिनावे। शिवजी जय जय कहकर, पुष्पन बरसावे॥  
  • ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे॥


इस पूजा विधि के साथ करें भगवान नरसिंह की आरती 

  • नरसिंह जयंती पर सुबह स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें और उपवास आरंभ करें। 
  • पूजा में भगवान विष्णु और विशेषकर नरसिंह अवतार की प्रतिमा या चित्र को ताजे फूलों से सजायें। 
  • उन्हें फल, पंचामृत, नारियल, और घर में बनी मिठाइयाँ अर्पित करें। 
  • अंत में ऊपर बताई गई कोई भी आरती को करें। आरती के दौरान दीप जलाएं, घंटी बजाएं और भक्ति भाव से भगवान विष्णु और नरसिंह अवतार का ध्यान करें।



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